.बेटा!! आज जिस घर,गृहस्थी की तू बात कर रही है यही अब तेरा संसार है। .बेटा!! आज जिस घर,गृहस्थी की तू बात कर रही है यही अब तेरा संसार है।
मैं अपनी इच्छा से इस फंदे को अपने गले में पहन रही हूँ। ये फाँसी का फँदा एक-एक पल मरते मैं अपनी इच्छा से इस फंदे को अपने गले में पहन रही हूँ। ये फाँसी का फँदा एक-एक प...
जीवन में मुझे कुछ शब्दो से काफी नारजगी मिली जो कभी पूरा हुआ ही नहीं भले उसे किसी तरह उप जीवन में मुझे कुछ शब्दो से काफी नारजगी मिली जो कभी पूरा हुआ ही नहीं भले उसे किसी...
जब आप प्रेम में हों तो सुना है कि दिन सोने के और रातें चांदी की हो जाती है।मुझे भी ऐसा जब आप प्रेम में हों तो सुना है कि दिन सोने के और रातें चांदी की हो जाती है।मुझे ...
हमारे सपने समय के साथ नहीं चले तो यह सपने हमेशा अधूरे ही रह जाएंगे। हमारे सपने समय के साथ नहीं चले तो यह सपने हमेशा अधूरे ही रह जाएंगे।
पैदा करने की आवश्यकता ही क्या है। उसमें ज़ज़्बा तो जन्म से ही है, एक फ़ौजी का बेटा जो ठहरा। पैदा करने की आवश्यकता ही क्या है। उसमें ज़ज़्बा तो जन्म से ही है, एक फ़ौजी का बे...